Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

Gopalganj में 509 करोड़ के पुल की अप्रोच रोड टूटी, CM Nitish ने फिर भी किया उद्घाटन

खबर ये है कि उनके उद्घाटन से पहले ही गोपलगंज में बने बंगरा घाट महासेतु की अप्रोच रोड बह गई और उससे भी खास बात ये है कि जिस वक्त नीतीश कुमार इस महासेतु समेत तमाम योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे थे, ठीक उसी समय अप्रोच रोड की मरम्मत का काम चल रहा था।

Reported By Utkarsh Kumar Singh |
Published On :

बिहार में चुनाव होने वाले हैं, इसीलिए सरकार दे दना दन उद्घाटन और शिलान्यास कर रही है। वैसे भी कोरोना काल में घर में बैठे-बैठे नीतीश कुमार शायद बोर हो जाते होंगे, इसलिए सोचते होंगे कि चलो कुछ नहीं तो यही कर लेते हैं। बाढ़ और कोरोना से त्रस्त बिहार के सीएम नीतीश कुमार बीते कुछ दिनों से लगातार उद्घाटन और शिलान्यास ही कर रहे हैं, वैसे भी चुनाव में काम तो गिनाना ही पड़ेगा।

Also Read Story

पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण जाँच केन्द्र का आदेश महज दिखावा

सुपौल शहर की गजना नदी अपने अस्तित्व की तलाश में

महानंदा बेसिन की नदियों पर तटबंध के खिलाफ क्यों हैं स्थानीय लोग

क्या कोसी मामले पर बिहार सरकार ने अदालत को बरगलाया?

पूर्णिया का अभिशाप एथेनॉल फैक्ट्री, फसल तबाह, आँखों में बीमारी

क्या गंगा कटान में उजड़ जाएगा कटिहार का बबलाबन्ना गाँव?

बिहार के डेढ़ दर्जन औषधीय महत्व के पौधे विलुप्ति की कगार पर

सीमांचल के शहरों में क्यों बढ़ रहा प्रदूषण

हर साल कटाव का कहर झेल रहा धप्परटोला गांव, अब तक समाधान नहीं

[wp_ad_camp_1]


खैर, आज भी सीएम साहब ने 5024 करोड़ की लागत की कुल 217 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। लेकिन खबर ये नहीं है, खबर ये है कि उनके उद्घाटन से पहले ही गोपलगंज में बने बंगरा घाट महासेतु की अप्रोच रोड बह गई और उससे भी खास बात ये है कि जिस वक्त नीतीश कुमार इस महासेतु समेत तमाम योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे थे, ठीक उसी समय अप्रोच रोड की मरम्मत का काम चल रहा था।

[wp_ad_camp_1]

दरअसल, बिहार के गोपालगंज में गंडक नदी पर बने बंगरा घाट महासेतु का निर्माण कुल 509 करोड़ की लागत से किया गया है। इस महासेतु में छपरा की ओर से करीब 11 किलोमीटर और मुजफ्फरपुर की तरफ से 8 किलोमीटर लम्बा अप्रोच पथ का बनाया गया है। लेकिन छपरा के पानापुर के सतजोड़ा बाजार के पास ये अप्रोच रोड करीब 50 मीटर के दायरे में ढह गई। ऐसा नहीं है कि ये सब कुछ अचानक हुआ, 12 दिन पहले से ही इस अप्रोच रोड में कटाव शुरू हो चुका था और सीएम साहब के उद्घाटन से पहले तो 50 मीटर का हिस्सा ही बह गया।

लेकिन सरकार और प्रशासन को तो उद्घाटन करना तो सो जो जैसे-तैसे मरम्मत के बीच ही उद्घाटन कर दिया गया। लेकिन बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को ये नागवार गुजरा और जिस वक्त नीतीश कुमार उद्घाटन कर रहे थे, उसी दौरान तेजस्वी मीडिया के सामने घटना की live रिपोर्टिंग कर रहे थे।

[wp_ad_camp_1]

तेजस्वी यादव ने पहले तो सीधे घटनास्थल पर मौजूद अपने कार्यकर्ता को वीडियो कॉल किया और फिर वहां की मौजूदा हालत दिखाई। साथ ही तंज भी कसा की एक तरफ नीतीश कुमार पुल का उद्घाटन कर रहे हैं, दूसरी तरफ वहां मरम्मत का काम चल रहा है।

तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला और कहा कि सीएम ने आज इतिहास रचा है, वो भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं। उद्घाटन से पहले, उद्घाटन के बाद और आज तो उद्घाटन के दिन ही सड़क बह गई।

तेजस्वी ने पूछा कि आखिर बिहार में पुल और सड़कें बाह जाने के मामलों में अब तक क्या कार्रवाई की गई है। इतना ही नहीं तेजस्वी ने पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव का इस्तीफा मांगते हुए सीएम नीतीश कुमार से श्वेत पत्र जारी करने को कहा। तेजस्वी ने सड़क निर्माण में हजारों करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए पूछा कि आखिर नीतीश कुमार इतनी हड़बड़ी और जल्दबाजी में क्यों हैं।

बीते महीने गोपलगंज में ही 264 करोड़ की लागत से बने सत्तारघाट पुल की एक पुलिया की अप्रोच रोड बह गई थी। उसके बाद बिहार के कई इलाकों में सड़क और पुलियों के बहने की घटना सामने आ चुकी है लेकिन जब इस बाबत बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव से सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि बाढ़ के दौरान बिहार में पुल और सड़कों का बहना आम बात है, ये प्राकृतिक आपदा है।

[wp_ad_camp_1]

यानी कि बिहार में पुल और सड़क का बहना आम बात है, शायद इसीलिए जब आज हम बंगरा घाट महासेतु की अप्रोच रोड बहने को लेकर उनसे मिलने गए तो उन्होंने मिलना भी मुनासिब नहीं समझा। लेकिन लोगों को उनके हाल पर छोड़ चुके बिहार के बेशर्म मंत्री नंद किशोर जी के गले से पुल निर्माण करने वाली कंपनियों को लेकर एक शब्द तक नहीं निकलता।

लेकिन हम सवाल पूछेंगे क्योंकि ये पैसा सरकार की बपौती नहीं है बल्कि टैक्सपेयर्स की मेहनत की कमाई का हिस्सा है जिससे बने पुल आए दिन ढह रहे हैं और नंद किशोर यादव जैसे निठल्ले मंत्री इसको आम बात बोलकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Related News

डोंक नदी में कटाव से गांव का अस्तित्व खतरे में

कोसी क्षेत्र : मौसम की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए मखाना की खेती कर रहे किसान

सुपौल: पानी में प्रदूषण से गांवों में फैल रहा आरओ वाटर का कारोबार, गरीबों का बढ़ा खर्च

धूल फांक रही अररिया की इकलौती हाईटेक नर्सरी

कहीं बारिश, कहीं सूखा – बदलते मौसम से सीमांचल के किसानों पर आफत

बिजली की घोर किल्लत ने बढ़ाई किसानों, आम लोगों की समस्या

आधा दर्जन से ज्यादा बार रूट बदल चुकी है नेपाल सीमा पर स्थित नूना नदी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latests Posts

Ground Report

अररिया में एक फैसले से पांच हज़ार आदिवासी-दलित हो जाएंगे बेघर

‘हम चाहते थे बेटा पढ़ाई करे, मज़दूरी नहीं’, नेपाल में मरे मज़दूरों की कहानी

किशनगंज का नेहरू कॉलेज, जहाँ 21 एकड़ के कैंपस में छात्र से ज़्यादा मवेशी नज़र आते हैं

ज़मीन पर विफल हो रही ममता बनर्जी सरकार की ‘निज घर निज भूमि योजना’

महादलित गाँव के लिए 200 मीटर रोड नहीं दे रहे ‘जातिवादी’ ज़मींदार!