बिहार में चुनाव होने वाले हैं, इसीलिए सरकार दे दना दन उद्घाटन और शिलान्यास कर रही है। वैसे भी कोरोना काल में घर में बैठे-बैठे नीतीश कुमार शायद बोर हो जाते होंगे, इसलिए सोचते होंगे कि चलो कुछ नहीं तो यही कर लेते हैं। बाढ़ और कोरोना से त्रस्त बिहार के सीएम नीतीश कुमार बीते कुछ दिनों से लगातार उद्घाटन और शिलान्यास ही कर रहे हैं, वैसे भी चुनाव में काम तो गिनाना ही पड़ेगा।
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खैर, आज भी सीएम साहब ने 5024 करोड़ की लागत की कुल 217 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। लेकिन खबर ये नहीं है, खबर ये है कि उनके उद्घाटन से पहले ही गोपलगंज में बने बंगरा घाट महासेतु की अप्रोच रोड बह गई और उससे भी खास बात ये है कि जिस वक्त नीतीश कुमार इस महासेतु समेत तमाम योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे थे, ठीक उसी समय अप्रोच रोड की मरम्मत का काम चल रहा था।
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दरअसल, बिहार के गोपालगंज में गंडक नदी पर बने बंगरा घाट महासेतु का निर्माण कुल 509 करोड़ की लागत से किया गया है। इस महासेतु में छपरा की ओर से करीब 11 किलोमीटर और मुजफ्फरपुर की तरफ से 8 किलोमीटर लम्बा अप्रोच पथ का बनाया गया है। लेकिन छपरा के पानापुर के सतजोड़ा बाजार के पास ये अप्रोच रोड करीब 50 मीटर के दायरे में ढह गई। ऐसा नहीं है कि ये सब कुछ अचानक हुआ, 12 दिन पहले से ही इस अप्रोच रोड में कटाव शुरू हो चुका था और सीएम साहब के उद्घाटन से पहले तो 50 मीटर का हिस्सा ही बह गया।
लेकिन सरकार और प्रशासन को तो उद्घाटन करना तो सो जो जैसे-तैसे मरम्मत के बीच ही उद्घाटन कर दिया गया। लेकिन बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को ये नागवार गुजरा और जिस वक्त नीतीश कुमार उद्घाटन कर रहे थे, उसी दौरान तेजस्वी मीडिया के सामने घटना की live रिपोर्टिंग कर रहे थे।
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तेजस्वी यादव ने पहले तो सीधे घटनास्थल पर मौजूद अपने कार्यकर्ता को वीडियो कॉल किया और फिर वहां की मौजूदा हालत दिखाई। साथ ही तंज भी कसा की एक तरफ नीतीश कुमार पुल का उद्घाटन कर रहे हैं, दूसरी तरफ वहां मरम्मत का काम चल रहा है।
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला और कहा कि सीएम ने आज इतिहास रचा है, वो भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं। उद्घाटन से पहले, उद्घाटन के बाद और आज तो उद्घाटन के दिन ही सड़क बह गई।
तेजस्वी ने पूछा कि आखिर बिहार में पुल और सड़कें बाह जाने के मामलों में अब तक क्या कार्रवाई की गई है। इतना ही नहीं तेजस्वी ने पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव का इस्तीफा मांगते हुए सीएम नीतीश कुमार से श्वेत पत्र जारी करने को कहा। तेजस्वी ने सड़क निर्माण में हजारों करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए पूछा कि आखिर नीतीश कुमार इतनी हड़बड़ी और जल्दबाजी में क्यों हैं।
बीते महीने गोपलगंज में ही 264 करोड़ की लागत से बने सत्तारघाट पुल की एक पुलिया की अप्रोच रोड बह गई थी। उसके बाद बिहार के कई इलाकों में सड़क और पुलियों के बहने की घटना सामने आ चुकी है लेकिन जब इस बाबत बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव से सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि बाढ़ के दौरान बिहार में पुल और सड़कों का बहना आम बात है, ये प्राकृतिक आपदा है।
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यानी कि बिहार में पुल और सड़क का बहना आम बात है, शायद इसीलिए जब आज हम बंगरा घाट महासेतु की अप्रोच रोड बहने को लेकर उनसे मिलने गए तो उन्होंने मिलना भी मुनासिब नहीं समझा। लेकिन लोगों को उनके हाल पर छोड़ चुके बिहार के बेशर्म मंत्री नंद किशोर जी के गले से पुल निर्माण करने वाली कंपनियों को लेकर एक शब्द तक नहीं निकलता।
लेकिन हम सवाल पूछेंगे क्योंकि ये पैसा सरकार की बपौती नहीं है बल्कि टैक्सपेयर्स की मेहनत की कमाई का हिस्सा है जिससे बने पुल आए दिन ढह रहे हैं और नंद किशोर यादव जैसे निठल्ले मंत्री इसको आम बात बोलकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
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