किशनगंज के अंजुमन इस्लामिया में AIMIM प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के नेतृत्व में वक़्फ़ संशोधन बिल-2024 के विरोध में मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ एक आक्रोश गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस बैठक में जिले के मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भाग लिया और वक़्फ़ संशोधन विधेयक-2024 का पुरजोर विरोध करने का फैसला लिया।
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बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वक़्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन में केंद्र सरकार के हस्तक्षेप को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। बैठक में आध्यात्मिक गुरू रामगिरि महाराज की गिरफ्तारी की मांग भी की गई, जिन्होंने पिछले हफ़्ते पैग़ंबर मुहम्मद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
आपको बता दें कि 8 अगस्त को लोकसभा में वक़्फ़ संशोधन बिल-2024 पेश किया गया था, जिसपर विपक्षी सांसदों ने जमकर विरोध जताया। विरोध के बाद वक़्फ़ संशोधन बिल को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में भेज दिया गया है।
बिल के कई बिन्दुओं को लेकर मुस्लिम समुदाय अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए इसका विरोध कर रहा है। बैठक में उपस्थित मुस्लिम धर्मगुरू सरवर इमाम क़ुम्मी ने कहा कि भारत सरकार वक़्फ़ संशोधन बिल के ज़रिये मौजूदा वक़्फ़ एक्ट में बदलाव करना चाहती है, जिसमें उनको कामयाब नहीं होने नहीं दिया जायेगा।
बैठक में एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि रामगिरि महाराज ने पैग़ंबर मुहम्मद की शान में जो गुस्ताखी की है, उसे मुस्लिम समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा, क्योंकि, यह देश के कानून के खिलाफ है। उन्होंने रामगिरि महाराज़ के ख़िलाफ़ कानूनी कार्रवाई की मांग की।
वहीं, वक़्फ़ संशोधन बिल पर अख़्तरुल ईमान ने कहा कि यह बिल वक़्फ़ की जमीन पर मोदी सरकार द्वारा कब्जा करने की एक कोशिश है। उन्होंने बिल का समर्थन करने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि यह बिल नीतीश कुमार और चिराग पासवान के लिये इम्तिहान की घड़ी है क्योंकि जनता देखना चाहती है कि वो मुस्लिम के पक्ष में खड़े हैं या विपक्ष में।
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