Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

लोकसभा चुनावों से जोड़कर कन्हैया कुमार की 8 साल पुरानी फोटो वायरल

कन्हैया कुमार की यह तस्वीर तब की है जब वह JNU प्रशासन के खिलाफ भूख-हड़ताल पर बैठ गए थे।

Reported By Quint Hindi |
Published On :
8 year old photo of kanhaiya kumar goes viral by linking it to lok sabha elections

लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) के बीच नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से कांग्रेस के उम्मीदवार कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तस्वीर में कन्हैया कुमार के हाथ में ड्रिप लगी है और उन्हें आराम करते हुए देखा का सकता है।


दावा: तस्वीर को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि कन्हैया कुमार उन पर हुए हालिया हमले की वजह से इस हाल में पहुंच गए हैं।

Also Read Story

Fact Check: बिहार में जहरीली शराब से मौत को लेकर विधानसभा में मंत्री ने दिए गलत आंकड़े?

Fact Check: अररिया में कर्ज़ में डूबे परिवार ने 9 हज़ार रुपये में अपने डेढ़ वर्षीय बेटे को बेचा?

Fact Check: क्या गोपालगंज में भारत बंद समर्थकों ने स्कूल बस में आग लगाई?

पीएम मोदी के लिए वोट की अपील करते राहुल गांधी का एडिटेड वीडियो वायरल

बिहार में राहुल गांधी के भाषण का एडिटेड वीडियो गलत दावों के साथ वायरल

Fact Check: क्या सच में तेजस्वी की पत्नी ने जदयू विधायकों के गायब होने का दावा किया?

Fact Check: क्या बिहार के स्कूलों में हिन्दू पर्वों का अवकाश घटाकर मुस्लिम त्यौहारों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं?

Fact Check: BPSC शिक्षक बहाली को लेकर News18 ने किशनगंज के इस गाँव के बारे में किया झूठा दावा

India Today ने Assam के युवक की Kishanganj में हत्या की अफ़वाह फैलायी?

fb post screenshot about kanhaiya kumar


इस पोस्ट का आर्काइव यहां देखें

(ऐसे ही दावे करने वाले अन्य पोस्ट के अर्काइव आप यहां,और यहां देख सकते हैं।)

क्या यह दावा सही है? नहीं, यह दावा सही नहीं है। कन्हैया कुमार की यह तस्वीर आठ साल पुरानी है। कन्हैया कुमार की यह तस्वीर तब की है जब वह JNU प्रशासन के खिलाफ भूख-हड़ताल पर बैठ गए थे।

  • यह तस्वीर कन्हैया कुमार और बाकी छात्रों की भूख हड़ताल के दसवें दिन की है।
  • साल 2016 में कन्हैया कुमार और अन्य छात्रों ने JNU प्रशासन से मिली सजा के खिलाफ भूख हड़ताल की थी क्योंकि उसी साल JNU में 09 फरवरी को बड़ा हंगामा हुआ था।
  • 09 फरवरी 2016 को JNU में कथित तौर पर देश-विरोधी नारेबाजी के आरोप में प्रशासन ने कुछ छात्रों को जांच पूरी होने से पहले ही सजा सुना दी थी।

हमनें सच का पता कैसे लगाया? हमनें कन्हैया कुमार की इस वायरल फोटो पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया।

  • हमें NDTV के X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर 6 मई 2016 को किए गए पोस्ट में कन्हैया कुमार की यही तस्वीर मिली, जिसे इस रिपोर्ट के साथ अपलोड किया गया था।

PTI के हवाले से लिखी गई रिपोर्ट के मुताबिक तबीयत बिगड़ने की वजह से कन्हैया ने अपना अनशन खत्म कर दिया था।

2016 की अन्य न्यूज रिपोर्ट्स: इसके अलावा Rediff.com नाम की एक अन्य न्यूज वेबसाइट पर की गई रिपोर्ट में भी हमें कन्हैया कुमार की यही तस्वीर दिखाई दी। यह रिपोर्ट भी 07 मई 2016 को छपी थी, जिसमें लिखा था कन्हैया ने भूख हड़ताल खत्म की, AIIMS से मिली छुट्टी।

  • Patrika.com पर भी कन्हैया कुमार की यह तस्वीर न्यूज रिपोर्ट के लिए इस्तेमाल की गई थी जिसे 06 मई 2016 को अपलोड किया गया था।

कन्हैया कुमार पर हालिया हमला: कन्हैया कुमार पर 17 मई को हमला हुआ था, जब कन्हैया कुमार उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से स्थानीय पार्षद छाया शर्मा के साथ पार्टी की बैठक के बाद न्यू उस्मानपुर में AAP कार्यालय से बाहर आ रहे थे। तभी लोगों के एक समूह ने उन पर हमला कर दिया था। जिसमें से एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस हमले के बाद भी कन्हैया ने अपना चुनाव प्रचार जारी रखा था।

निष्कर्ष: कन्हैया कुमार की आठ साल पुरानी तस्वीर को हालिया बताकर लोक सभा चुनाव से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।

(This story was originally published by Quint Hindi, and republished by Main Media as part of the Shakti Collective.)

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Related News

पूर्णिया: पाकिस्तानी झंडे की अफवाह के बाद मीडिया ने महिला को किया प्रताड़ित

सीमांचल में पलायन नहीं कर रहे हिन्दू, दैनिक जागरण के झूठ का पर्दाफाश

Fact Check: क्या दुनिया में सबसे ज्यादा बच्चे किशनगंज, अररिया में पैदा होते हैं?

स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी: आधी हकीकत, आधा फसाना

अभियान किताब दान: पूर्णिया में गांव गांव लाइब्रेरी की हकीकत क्या है?

सदमे से नहीं, कैंसर से हुई है चार दिन से बेहोश सुशांत सिंह की चचेरी-चचेरी भाभी की मौत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

चचरी के सहारे सहरसा का हाटी घाट – ‘हमको लगता है विधायक मर गया है’

अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस पर प्रदर्शन – सिर्फ 400 रुपया पेंशन में क्या होगा?

फिजिकल टेस्ट की तैयारी छोड़ कांस्टेबल अभ्यर्थी क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?

बिहार में पैक्स अपनी ज़िम्मेदारियों को निभा पाने में कितना सफल है?

अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ती किशनगंज की रमज़ान नदी